कोरोना संकट का वैश्विक स्वरूप
कुल प्रभावित देश - 212
कुल संक्रमित – 3,821,917
स्वस्थ्य – 1,298,927
मृतक – 265,051
NOTE: यह आंकड़े केवल 7 MAY 2020 ,7:30 AM तक के हैं।
चीन के वुहान शहर से फैला यह विषाणु(Virus) आज वैश्विक महामारी बन चुका है। चीन का दावा है कि यह वायरस चमगादड़ के सेवन से उत्पन्न हुआ है वहीं अमेरिका इसे चीनी वायरस कह रहा है और यह दावा कर रहा है कि इस वायरस को चीन ने ही LAB में बनाया है। यह माना भी जा सकता है क्योंकि चीन कई वर्षों से जैविक हथियार बनाने के प्रयाश मे जुटा था और यह चीन का जैविक हथियार है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है यह केवल दावा मात्र ही है।
मानवता इस समय एक वैश्विक संकट से जूझ रही है। शायद हमारी पीढ़ी का यह सबसे बड़ा संकट है। इस संकट के समय भी कुछ लोग धर्म को आधार बनाकर भेदभाव कर रहे हैं और देश की एकता और अखंडता को समाप्त करने पर तुले हैं। हमें यह पता है कि कोरोना वायरस पंतनिरपेक्ष है वह सबमें फैल सकता है वह चाहे जिस धर्म, जाति, लिंग अथवा संप्रदाय का हो फिर यह मानसिकता क्यों?
दुनिया के कई देशों में Lockdown लगा है, हालांकि Lockdown इस संकट का कोई समाधान नहीं है परंतु जब तक Covid-19 की कोई विशेष Vaccine नहीं बन जाती तब तक Lockdown ही एक विकल्प है। इसके अलावा कुछ देशों ने तालाबंदी के साथ-साथ अधिक सैंपल टेस्ट करके कोरोना को काबू में कर लिया है। वहीं एक अन्य देश सामने आता है जिसने बिना तालबन्दी के, बिना अधिक सैंपल टेस्ट किए कोरोना को काबू में कर लिया जो चीन का पड़ोसी देश है वह है ताईवान । ताईवान ने 10 फरवरी को ही चीन से आने वाली सभी उड़ाने रद्द कर दी थी तब हम ट्रम्प के आने की तैयारी कर रहे थे और मध्यप्रदेश में सत्ता गिराई जा रही थी ताइवान ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया तथा उसने लोकतन्त्र, विश्वास, पारदर्शिता और तकनीक के बल पर कोरोना को काबू में कर लिया । वहीं इज़राइल के रक्षामंत्री नफ़ताली बेनेट ने दावा किया है कि इज़राइल के मुख्य जैविक संस्थान के वैज्ञानिको ने कोरोना वायरस के लिए एंटीबॉडी विकसित करने में सफलता हासिल कर ली है।
WHO द्वारा सुझाये गए उपाय:
कुल संक्रमित – 3,821,917
स्वस्थ्य – 1,298,927
मृतक – 265,051
NOTE: यह आंकड़े केवल 7 MAY 2020 ,7:30 AM तक के हैं।
चीन के वुहान शहर से फैला यह विषाणु(Virus) आज वैश्विक महामारी बन चुका है। चीन का दावा है कि यह वायरस चमगादड़ के सेवन से उत्पन्न हुआ है वहीं अमेरिका इसे चीनी वायरस कह रहा है और यह दावा कर रहा है कि इस वायरस को चीन ने ही LAB में बनाया है। यह माना भी जा सकता है क्योंकि चीन कई वर्षों से जैविक हथियार बनाने के प्रयाश मे जुटा था और यह चीन का जैविक हथियार है। हालांकि अभी इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है यह केवल दावा मात्र ही है।
मानवता इस समय एक वैश्विक संकट से जूझ रही है। शायद हमारी पीढ़ी का यह सबसे बड़ा संकट है। इस संकट के समय भी कुछ लोग धर्म को आधार बनाकर भेदभाव कर रहे हैं और देश की एकता और अखंडता को समाप्त करने पर तुले हैं। हमें यह पता है कि कोरोना वायरस पंतनिरपेक्ष है वह सबमें फैल सकता है वह चाहे जिस धर्म, जाति, लिंग अथवा संप्रदाय का हो फिर यह मानसिकता क्यों?
दुनिया के कई देशों में Lockdown लगा है, हालांकि Lockdown इस संकट का कोई समाधान नहीं है परंतु जब तक Covid-19 की कोई विशेष Vaccine नहीं बन जाती तब तक Lockdown ही एक विकल्प है। इसके अलावा कुछ देशों ने तालाबंदी के साथ-साथ अधिक सैंपल टेस्ट करके कोरोना को काबू में कर लिया है। वहीं एक अन्य देश सामने आता है जिसने बिना तालबन्दी के, बिना अधिक सैंपल टेस्ट किए कोरोना को काबू में कर लिया जो चीन का पड़ोसी देश है वह है ताईवान । ताईवान ने 10 फरवरी को ही चीन से आने वाली सभी उड़ाने रद्द कर दी थी तब हम ट्रम्प के आने की तैयारी कर रहे थे और मध्यप्रदेश में सत्ता गिराई जा रही थी ताइवान ने आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया तथा उसने लोकतन्त्र, विश्वास, पारदर्शिता और तकनीक के बल पर कोरोना को काबू में कर लिया । वहीं इज़राइल के रक्षामंत्री नफ़ताली बेनेट ने दावा किया है कि इज़राइल के मुख्य जैविक संस्थान के वैज्ञानिको ने कोरोना वायरस के लिए एंटीबॉडी विकसित करने में सफलता हासिल कर ली है।
WHO द्वारा सुझाये गए उपाय:
इस संक्रमण से बचने के लिए लोग कई तरह के उपाय कर रहे हैं। हालांकि, इन तमाम तरह के उपायों और भ्रांतियों पर विश्व स्वास्थ्य्य संगठन (WHO) ने विस्तार से जानकारी दी है:
1. ठंड और बर्फ कोरोना को मार सकती है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक इस पर यकीन करने का कोई कारण नहीं है कि ठंड का मौसम नए कोरोनावायरस या अन्य बीमारियों को मार सकता है. कोरोना से खुद को बचाने के लिए सबसे बेहतर तरीका अल्कोहलयुक्त सैनीटाइजर या साबुन और पानी से हाथ को साफ करते रहना है।
2. गर्म पानी से नहाने से होगी रोकथाम?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह भी खुलासा किया है कि गर्म पानी से नहाने से नएकोरोनावायरस की रोकथाम नहीं की जा सकती है। कोरोना से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका अपने हाथों की सफाई करना है। ऐसा करने से आप अपने हाथों पर लगने वाले संक्रमण को खत्म कर सकते हैं।
3. मच्छर के काटने से कोरोना फैलता है?
इस बात का कोई सबूत नहीं है कि कोरोना वायरस मच्छर काटने से हो सकता है। यह श्वसन संबंधी वायरस है, जो मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के खांसने, छींकने से फैलता है।
4. हैंड ड्रायर्स से कोरोना मर जाता है?
नए कोरोना वायरस को मारने में हैंड ड्रायर्स कारगर नहीं है। इससे बचाव के लिए हमेशा अपने हाथों को अल्कोहलयुक्त हैंडवॉश से साफ करें या साबुनपानी से हाथ धोते रहें।
5. पराबैंगनी कीटाणुनाशक लैंप मार सकता है कोरोना?
हाथ या शरीर के किसी भी हिस्से को कीटाणु रहित रखने के लिए पराबैंगनी कीटाणुनाशक लैंप का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि यह त्वचा पर जलन पैदा कर सकता है।
6. बुजुर्ग या बच्चों पर करता है हमला?
कोरोना वायरस से किसी उम्र के लोग प्रभावित हो सकते हैं। पहले से अस्थमा, डायबिटीज, दिल की बीमारी आदि से जूझ रहे लोगों को इस वायरस से ज्यादा खतरा है।
ICMR द्वारा सुझाये गए उपाय:
ICMR का विजन है कि शोध के जरिये देश के नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर किया जाए। इसके पांच मिशन बताए गए हैं।
पहला : नई जानकारियों को जुटाकर उसके आधार पर शोध व आगे की रणनीति तैयार करना।
दूसरा : समाज के अशक्त, असहाय और हाशिये पर छोड़े गए तबकों की स्वास्थ्य समस्याओं पर शोध का फोकस बढ़ाना।
तीसरा : देश की स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए आधुनिक जैविकटूल्स का प्रयोग बढ़ाना।
चौथा : बीमारियों से बचाव के लिए डायग्नोस्टिक्स, ट्रीटमेंट, वैक्सीन को बढ़ावा देना।
पांचवां : इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर देश के मेडिकल कॉलेजों और हेल्थ रिसर्च इंस्टीट्यूट्स में शोध का कल्चर विकसित करना।
वैश्विक अर्थव्यवस्था ख़राब:
विश्व अर्थव्यवस्था इस समय खराब होती दिखाई दे रही है। विश्व के सभी देशों की GDP घटती हुई नजर आ रही है। परन्तु हमें आशा है कि जल्द ही यह संकट टल जाएगा और फिरसे सब ठीक हो जाएगा। परंतु यह पहले जैसा नहीं रहेगा। हमारा पुनर्जन्म होगा। हमारे आस-पास का माहौल बदल जाएगा। सार्वजनिक स्थानों पर सभी मास्क पहनेंगे तथा online चीजों का महत्व बढ़ेगा।
नोबल कोरोना वायरस से सारा विश्व लड़ रहा है परन्तु याद रहे हम बीमारी से लड़ रहे हैं बीमार से नहीं, उनसे भेदभाव न करें, उनकी देखभाल करें।
धन्यवाद!
अरुण 'प्रकाश'✍️
Well Done Bro
ReplyDeleteThanks Bro
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